Friday, March 10, 2017

'सॉफ्ट ड्रिंक' कहीं आपकी जान जोखिम मे ना डाल दें! (SIDE EFFECTS OF SOFT DRINKS)

'सॉफ्ट ड्रिंक' कहीं आपकी जान जोखिम  मे ना डाल दें! (SIDE EFFECTS OF SOFT DRINKS) :-



'सॉफ्ट ड्रिंक' तो हर कोई शौक से पीता है। लेकिन क्या कभी आपने इससे होने वाले नुकसान के बारे में जानने की एक बार भी कोशिश की है?




गैस मिश्रित सॉफ्ट ड्रिंक, फ्रूट ड्रिंक, एनर्जी ड्रिंक, मीठी ठंडी चाय से दुनिया भर में हर साल 1 लाख 84 हजार वयस्कों की मौत होती है ।

बोस्टन के टफ्स यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने 51 देशों के करीब छह लाख से अधिक लोगों पर आधारित अध्ययन में यह पाया गया है कि यह पेय पदार्थ बिना किसी स्वास्थ्य लाभ के मधुमेह, दिल की बीमारियां व कैंसर जैसे रोग के कारण हैं।





1) कोल्ड ड्रिंक पीने से हर साल 1 लाख 84 हजार लोगों की मौत हो जाती है ।

2) इन कोल्ड ड्रिंक्स में चीनी की मात्रा बहुत अधिक होती है जिसके कारण दुनियाँ भर में हर साल करीब 1 लाख 33 हजार मौतें मधुमेह से होती हैं ।




3) दुनियां भर में कोल्ड ड्रिंक के कारण कैंसर से 6450 लोग मरते है ।

4) कोका कोला की एक छोटी 240 मिली लीटर कैन में 101 कैलोरी होती है और ज्यादा कैलोरी लेना आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है ।




5) मार्किट में बिकने वाले मैंगो फ्लेवर और स्ट्राबेरी फ्लेवर जैसे पेय पदार्थों में 5% से भी कम फलों का जूस् होता है ।




6) सॉफ्टड्रिंक्स पीने वाले 58 फीसदी कोकाकोला व 37 फीसदी पेप्सी पीते हैं। हालांकि, दिल्ली, मुंबई बेंगलुरू में हुए सर्वे में 79' लोगों ने सॉफ्टड्रिंक्स के बजाय नॉन कार्बोनेट ड्रिंक को पसंद किया था ।

7) वर्तमान में ज़्यादातर सॉफ़्ट ड्रिंक्स में अम्लीय तत्वों की प्रचुरता रहती है जैसे- फोस्फोरिक एसिड (phosphoric acid) व मैलिक (malic acid) अथवा टारटैरिक अम्ल (tartaric acid) आदि । एक अध्ययन के अनुसार इंसान के दांतों को दो दिन तक कोला ड्रिंक में डाल के रखा गया जिसके परिणामस्वरूप दांत मुलायम हो गए व दांतों के कैल्शियम में गिरावट आ गयी ।




8) वैज्ञानिकों की रिसर्च के अनुसार कोल्ड ड्रिंक और सॉफ्ट ड्रिंक जैसे पेय पदार्थ मधुमेह, दिल की बीमारियां व कैंसर जैसी बीमारियां फैलाते हैं ।

9) सॉफ़्ट-ड्रिंक्स में co2 को पानी में अत्यधिक दाब में समाहित करके बनाया जाता है । सोचिये, जिस गैस को हम सांस लेने के बाद गंदी हवा के रूप में शरीर से बाहर निकालते हैं, उसे सॉफ़्ट-ड्रिंक्स में अत्यधिक दाब में प्रेश्राईज़ करके डाला जाता है. तब इसके दुष्परिणाम क्या हो सकते हैं ।




10) सॉफ़्ट-ड्रिंक्स की स्थिरता के लिए इसकी निर्माता कम्पनियाँ अकार्बनिक सोडियम का प्रयोग करने से भी नहीं हिचकिचाती ।  सोडियम के इस्तेमाल से दिल की बीमारी और हाई-ब्लड-प्रेशर का ख़तरा बढ़ जाता है। 

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